प्राचीन रोमन इंद्रधनुषी कांच
प्राचीन रोमन इंद्रधनुषी कांच
उत्पाद विवरण: ये रोमन मोतियों की शानदार माला 1वीं शताब्दी ईसा पूर्व से 4वीं शताब्दी ईस्वी की है, जिसमें एक इंद्रधनुषी फिनिश है। लंबे समय तक दफन रहने के परिणामस्वरूप बनी इंद्रधनुषी चमक इन मोतियों को उनकी अनूठी झिलमिलाती चांदी और इंद्रधनुषी रंगत देती है।
विनिर्देश:
- उत्पत्ति: अलेक्जेंड्रिया (आधुनिक मिस्र)
- आकार:
- लंबाई: 48cm
- केंद्रीय मोती का आकार: 16mm x 17mm
- नोट: चूंकि ये प्राचीन वस्तुएं हैं, इनमें खरोंच, दरारें या टूट-फूट हो सकती है।
रोमन मोतियों के बारे में:
युग: 1वीं शताब्दी ईसा पूर्व से 4वीं शताब्दी ईस्वी
उत्पत्ति: अलेक्जेंड्रिया (आधुनिक मिस्र) और सीरिया के तटीय क्षेत्र, अन्य के बीच।
1वीं शताब्दी ईसा पूर्व से 4वीं शताब्दी ईस्वी तक, रोमन साम्राज्य में कांच की शिल्पकला फली-फूली, जिसके परिणामस्वरूप व्यापारिक वस्तुओं के रूप में कई कांच की वस्तुओं का उत्पादन और निर्यात हुआ। भूमध्य सागर के तट पर बने ये कांच उत्पाद उत्तरी यूरोप से लेकर जापान तक के विशाल क्षेत्रों में फैले हुए थे।
शुरुआत में, अधिकांश कांच की वस्तुएं अपारदर्शी थीं, लेकिन 1वीं शताब्दी ईस्वी तक, पारदर्शी कांच लोकप्रिय हो गया और फैलने लगा। गहनों के रूप में बनाए गए मोतियों को अत्यधिक मूल्यवान माना जाता था, जबकि कांच के कप और जग के टुकड़े जिनमें छेद किए गए होते थे, आज अधिक सामान्य रूप से पाए जाते हैं और अपेक्षाकृत सस्ते में प्राप्त किए जा सकते हैं।