जावानीस मोती माणिक सायुर
जावानीस मोती माणिक सायुर
उत्पाद विवरण: जावानीस बीड मनिक सायुर का प्राचीन आकर्षण खोजें, जो जटिल मोज़ेक पैटर्न से सज्जित एक उत्कृष्ट टुकड़ा है। "सब्जी बीड" के रूप में जाना जाने वाला यह एकल मोती सदियों से प्राप्त घिसावट, खरोंच, और चिप्स को प्रदर्शित करता है।
विशेषताएँ:
- मूल: इंडोनेशिया
- अनुमानित उत्पादन अवधि: 4वीं से 19वीं सदी
- आकार: व्यास 28mm x ऊँचाई 28mm
- छेद का आकार: 5mm
- विशेष नोट्स: एक प्राचीन वस्तु होने के नाते, इसमें खरोंच, दरारें और चिप्स जैसे नुकसान के संकेत हो सकते हैं।
महत्वपूर्ण जानकारी:
फोटोग्राफी के दौरान प्रकाश की स्थिति के कारण, वास्तविक उत्पाद छवियों से थोड़ा भिन्न दिखाई दे सकता है। दिखाए गए रंग उज्ज्वल इनडोर लाइटिंग के तहत उनके रूप को दर्शाते हैं।
जावानीस बीड्स (4वीं से 19वीं सदी) के बारे में:
ये मोती, जो इंडोनेशिया के जावा द्वीप से प्राप्त हुए हैं, अपने कांच के पैटर्न के लिए जाने जाते हैं और उनके रूप के आधार पर स्नेहपूर्वक नामित किए गए हैं, जैसे सब्जी बीड (मनिक सायुर), छिपकली बीड (मनिक टोकेक), और पक्षी बीड (मनिक बुरुंग)। इन मोतियों की सही तिथियां और उत्पत्ति शोधकर्ताओं के बीच बहस का विषय बनी हुई हैं। यह विशेष मोती एक दुर्लभ और बड़ा जावानीस मोती है, जिसकी तारीख 4वीं से 19वीं सदी तक फैली हुई है, जो चल रही विद्वानों की चर्चाओं के कारण है।