जावानीस मनका माणिक बुरुंग
जावानीस मनका माणिक बुरुंग
उत्पाद विवरण: यह एक दुर्लभ प्राचीन जावानीस मोती है जिसे "मणिक बुरुंग" (पक्षी मोती) के नाम से जाना जाता है। इस उत्कृष्ट टुकड़े में जटिल मोज़ेक कार्य के माध्यम से एक स्पष्ट पक्षी आकृति दर्शाई गई है। अच्छी तरह से संरक्षित और मूल्यवान, यह किसी भी संग्रह के लिए एक कीमती जोड़ है।
विशेषताएँ:
- उत्पत्ति: इंडोनेशिया
- अनुमानित निर्माण अवधि: 4वीं से 19वीं सदी
- आकार: व्यास 20mm x ऊँचाई 21mm
- छिद्र आकार: 5mm
- विशेष नोट्स: एक प्राचीन वस्तु होने के कारण इसमें खरोंच, दरारें या चिप्स हो सकते हैं।
महत्वपूर्ण सूचना:
प्रकाश की स्थिति के कारण वास्तविक उत्पाद तस्वीरों से थोड़ा भिन्न दिखाई दे सकता है। तस्वीरें प्रकाश में ली गई थीं, इसलिए रंग उज्ज्वल इनडोर सेटिंग में अलग दिख सकते हैं।
जावानीस मोती (4वीं से 19वीं सदी) के बारे में:
ये मोती इंडोनेशिया के जावा द्वीप से उत्खनित किए गए थे। जावानीस मोतियों के कांच के पैटर्न के आधार पर विभिन्न उपनाम होते हैं, जैसे "मणिक सायूर" (सब्जी मोती), "मणिक टोक्केक" (छिपकली मोती), और "मणिक बुरुंग" (पक्षी मोती)। सटीक निर्माण अवधि और उत्पत्ति अभी भी शोधकर्ताओं के बीच बहस का विषय हैं। यह विशेष मोती एक दुर्लभ बड़ा जावानीस मोती है, जो अपने अपार आकार और जटिल डिज़ाइन के लिए जाना जाता है।